मोती रत्न चन्द्रमा का रत्न होता है। मोती रत्न सफेद रंग का होता है जिन लोगो की कुंडली में चन्द्रमा ग्रह योग कारक होते है उन व्यक्तियों को मोती रत्न धारण करना चाहिए। कर्क, मेष, वृश्चिक, धनु, मीन लग्न वालो को मोती रत्न धारण करना चाहिए। मोती रत्न धारण करने से चन्द्रमा ग्रह मजबूत होता है। आइये जानते है किस लग्न या राशि वालो को मोती रत्न धारण करना चाहिए और मोती रत्न धारण करने के फायदे।
मोती रत्न से कर्क लग्न वालो को फायदे
कर्क लग्न की कुंडली में चन्द्रमा लग्नेश होते है और लग्न से स्वास्थ्य का विचार किया जाता है लग्न से मान सम्मान का विचार किया जाता है लग्न से ही इम्युनिटी पावर का विचार किया जाता है और चन्द्रमा मन के कारक भी होते है इसलिए कर्क लग्न में मोती रत्न धारण करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इम्युनिटी पावर मजबूत होती है। स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या समाप्त होती है। मान सम्मान में वृद्धि होगी। मन शांत रहता है। मोती धारण करने से मानसिक समस्या, डिप्रेशन, एंग्जायटी, घबराहट की समस्या समाप्त होती है।
मोती रत्न से मेष लग्न वालो को फायदे
मेष लग्न में चन्द्रमा चौथे स्थान के मालिक होते है। चौथा स्थान प्रॉपर्टी, वेहिकल, सुख साधन और माता का होता है इसलिए मेष लग्न वालो को मोती रत्न धारण करने से प्रॉपर्टी सुख प्राप्त होता है। वेहिकल सुख प्राप्त होता है। सुख साधन की वस्तुओ में वृद्धि होती है। माता के सुख में वृद्धि होती है। माता का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। मन भी शांत रहता है।
मोती रत्न से वृश्चिक लग्न वालो को फायदे
वृश्चिक लग्न में चन्द्रमा नोवे स्थान के मालिक होते है नोवा स्थान भाग्य का होता है और लम्बी दूरी की यात्रा का होता है। नोवा स्थान धर्म का भी होता है इसलिए वृश्चिक लग्न में मोती धारण करने से भाग्य उदय होता है। भाग्य में वृद्धि होती है। मेहनत के अनुसार भाग्य का साथ प्राप्त होता है। मोती धारण करने से लाइफ में तरक्की के नए अवसर प्राप्त होते है। वृश्चिक लग्न में मोती धारण करने से धन आता है। लम्बी दूरी की यात्रा होती है। धर्म के प्रति आस्था बढ़ती है। इसलिए वृश्चिक लग्न वालो को मोती जरूर धरना चाहिए।
मोती रत्न से धनु लग्न वालो को फायदे
धनु लग्न में चन्द्रमा आठवे स्थान के मालिक होते है और आठवा स्थान गुप्त विद्या, आयु, गुप्त रोग और अचानक धन प्राप्ति का होता है इसलिए धनु लग्न में चन्द्रमा का रत्न मोती धारण करने से आयु अच्छी होगी। अचानक धन प्राप्त होगा। गुप्त विद्या में रूचि बढ़ेगी। गुप्त रोगो से बचाव होगा। इसलिए धनु लग्न वाले भी मोती रत्न जरूर धारण कर सकते है।
पुखराज रत्न से सिंह लग्न वालो को फायदे
सिंह लग्न की कुंडली में बृहस्पति पांचवे स्थान और आठवे स्थान के मालिक होते है। पांचवा स्थान पढ़ाई, संतान, मित्र, पेट, प्लानिंग और लव अफेयर का होता है और आठवा स्थान गुप्त विद्या, आयु, गुप्त रोग और अचानक धन प्राप्ति का होता है। इसलिए सिंह लग्न में पुखराज रत्न धारण करने से पेट से सम्बंधित समस्या से बचाव होता है। लव अफेयर में सफलता प्राप्त होती है। अच्छे मित्र बनते है। हायर एजुकेशन प्राप्त होती है। संतान सुख प्राप्त होता है। प्लानिंग सफल होती है। आयु अच्छी होगी। अचानक धन प्राप्त होगा। गुप्त विद्या में रूचि बढ़ेगी। गुप्त रोगो से बचाव होगा।
मोती रत्न से मीन लग्न वालो को फायदे
मीन लग्न में चन्द्रमा पांचवे स्थान के मालिक होते है। पांचवा स्थान पढ़ाई, संतान, मित्र, पेट, प्लानिंग और लव अफेयर का होता है इसलिए मीन लग्न में भी चन्द्रमा योग कारक ग्रह होते है मीन लग्न में चन्द्रमा का रत्न मोती धारण करने से पेट से सम्बंधित समस्या से बचाव होता है। लव अफेयर में सफलता प्राप्त होती है। अच्छे मित्र बनते है। हायर एजुकेशन प्राप्त होती है। संतान सुख प्राप्त होता है। प्लानिंग सफल होती है। इसलिए मीन लग्न वाले व्यक्ति मोती रत्न जरूर धारण कर सकते है।
मोती रत्न धारण करने से लाभ
- ज्योतिषियों के अनुसार ज्योतिष में मोती रत्न धारण करने के कुछ लाभ :
- तनावग्रस्त मन में भावनात्मक संतुलन लाएं
- अनिद्रा को ठीक करें, तनावग्रस्त नसों को शांत करें और क्रोध पर नियंत्रण रखें
- कुंडली में चंद्रमा के दुष्प्रभाव को खत्म करें और मन को मजबूत करें
- आत्मविश्वास बढ़ाएं और सकारात्मक ऊर्जा बनाएं
- पति-पत्नी के बीच के बंधन को मजबूत करें
- मोती समृद्धि का प्रतीक है और माना जाता है कि यह सौभाग्य लाता है
ज्योतिष के लिए कौन सा मोती सबसे अच्छा
ज्यादातर ज्योतिषी लोगों को खारे पानी का मोती पहनने की सलाह देते हैं। ज्योतिष के लिए आमतौर पर सुझाए गए मोती हैं:
दक्षिण सागर मोती
खारे पानी के केशी मोती
बसरा मोती