पन्ना रत्न बुध ग्रह का रत्न होता है। जिन लोगो की कुंडली में बुध ग्रह योग कारक होते है उन व्यक्तियों को पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। मिथुन, कन्या, मकर, कुम्भ, वृष और तुला लग्न वालो को पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। पन्ना रत्न हरे रंग का रत्न है इसे धारण करने से बुध ग्रह मजबूत होता है। आइये जानते है किस लग्न या राशि वालो को पन्ना रत्न धरना चाहिए और पन्ना रत्न धारण करने के फायदे और इसे धारण करने की विधि।
पन्ना रत्न से मिथुन लग्न वालो को फायदे
मिथुन लग्न में बुध ग्रह लग्न के मालिक होते है और चौथे स्थान के मालिक होते है। लग्न से स्वास्थ्य, मान सम्मान का विचार किया जाता है और चौथा स्थान प्रॉपर्टी, वेहिकल, और सुख साधन का होता है इसलिए मिथुन लग्न में पन्ना रत्न धारण करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है और मान सम्मान में वृद्धि होती है। प्रॉपर्टी का सुख प्राप्त होता है। वेहिकल सुख में वृद्धि होती है। सभी सुख साधन प्राप्त होते है। मन भी शांत रहता है। स्किन से जुडी समस्या नहीं होती है।
पन्ना रत्न से कन्या लग्न वालो को फायदे
कन्या लग्न की कुंडली में बुध लग्न के मालिक होते है और दसवे स्थान के मालिक होते है। लग्न से स्वास्थ्य, मान सम्मान का विचार किया जाता है और दसवा स्थान करियर का होता है इसलिए कन्या लग्न में बुध का रत्न पन्ना धारण करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है और मान सम्मान में वृद्धि होती है और करियर में तरक्की प्राप्त होती है। करियर में उच्च पद प्राप्त होने के योग बनते है। अच्छी जॉब लगती है और व्यापार में भी सफलता प्राप्त होती है।
पन्ना रत्न मकर लग्न वालो को फायदे
मकर लग्न की कुंडली में बुध छठे स्थान और नोवे स्थान के मालिक होते है छठा स्थान रोग, ऋण, शत्रुओ का होता है और नोवा स्थान भाग्य का होता है इसलिए पन्ना रत्न धारण करने से शत्रुओ से मुक्ति प्राप्त होगी। कर्ज नहीं होगा। कोई शत्रु परेशान नहीं करेगा। भाग्य उदय होगा। मेहनत के अनुसार भाग्य का साथ प्राप्त होगा। लाइफ में तरक्की के नए अवसर प्राप्त होंगे।
पन्ना रत्न से कुम्भ लग्न वालो को फायदे
कुम्भ लग्न की कुंडली में बुध पांचवे स्थान और आठवे स्थान के मालिक होते है। पांचवा स्थान पढ़ाई, संतान, मित्र, पेट, प्लानिंग और लव अफेयर का होता है और आठवा स्थान गुप्त विद्या, आयु, गुप्त रोग और अचानक धन प्राप्ति का होता है। इसलिए कुम्भ लग्न में पन्ना रत्न धारण करने से पेट से सम्बंधित समस्या से बचाव होता है। लव अफेयर में सफलता प्राप्त होती है। अच्छे मित्र बनते है। हायर एजुकेशन प्राप्त होती है। संतान सुख प्राप्त होता है। प्लानिंग सफल होती है। आयु अच्छी होगी। अचानक धन प्राप्त होगा। गुप्त विद्या में रूचि बढ़ेगी। गुप्त रोगो से बचाव होगा।
पन्ना रत्न से वृष लग्न वालो को फायदे
वृष लग्न की कुंडली में बुध दूसरे स्थान और पांचवे स्थान के मालिक होते है। दूसरा स्थान परिवार, धन संचय, बैंक बैलेंस, आंख, वाणी, गले का होता है और पांचवा स्थान पढ़ाई, संतान, मित्र, पेट, प्लानिंग और लव अफेयर का होता है इसलिए वृष लग्न में पन्ना रत्न धारण करने से धन आता है और धन संचय होता है। पारिवारिक सुख में वृद्धि होती है। आँखों से जुडी समस्या समाप्त होती है। गले से जुडी समस्या समाप्त होती है। वाणी दोष समाप्त होता है वाणी अच्छी होती है। पन्ना रत्न धारण करने से पेट से सम्बंधित समस्या से बचाव होता है। लव अफेयर में सफलता प्राप्त होती है। अच्छे मित्र बनते है। हायर एजुकेशन प्राप्त होती है। संतान सुख प्राप्त होता है। प्लानिंग सफल होती है।
पन्ना रत्न से तुला लग्न वालो को फायदे
तुला लग्न की कुंडली में बुध ग्रह नोवे स्थान और बारवे स्थान के मालिक होते है नोवा स्थान भाग्य का होता है और बारवा स्थान विदेश यात्रा, धन खर्च और नींद का होता है। इसलिए तुला लग्न में पन्ना रत्न धारण करने से विदेश यात्रा के योग बनते है। खर्च पर नियंत्रण होता है व्यर्थ के खर्चे नहीं होते है। नींद से जुडी समस्या समाप्त होती है। विदेश यात्रा के योग बनते है। भाग्य उदय होता है मेहनत के अनुसार भाग्य का साथ प्राप्त होता है। लाइफ में तरक्की के नए अवसर प्राप्त होते है।