” हम भी वो है, जो कभी किसी के पीछे खड़े नहीं होते, जहां खड़े हो जाते हैं, लाइन वहीं से शुरू हो जाती है।” अमिताभ बच्चन का कालिया फिल्म का यह डायलॉग सुनकर ऐसा लगता है मानो, लेखक ने, उनके शानदार व्यक्तित्व को सामने रखकर ही इस डायलॉग को लिखा होगा। अपने फेन्स द्वारा बीग बी, महानायक, शहंशाह, आदि नामों से प्रसिद्ध, अभिताभ बच्चन का जीवन, उनके लाखों करोड़ों चाहने वालों के लिए प्रेरणास्रोत है। आज वे जिस ऊंचाई पर हैं, वहां तक पहुंचने का उनका सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। करियर के आरंभिक दिनों में मिली लगातार असफलताओं और आलोचनाओं से भी वे विचलित नहीं हुए, और कड़ी मेहनत और लगन के बल पर अपनी असफलता को सफलता में बदल दिया और बॉलीवुड के आसमान में ये सितारा ऐसा चमका कि सारा जमाना बस देखता ही रह गया। इस तरह उन्होंने अपने नाम अमिताभ के अर्थ” अत्यंत तेजस्वी प्रकाश’ को सार्थक करके दिखा दिया।
अमिताभ बच्चन जीवन परिचय अमिताभ बच्चन
नाम | अमिताभ बच्चन |
माता का नाम | श्रीमती तेजी बच्चन |
पिता का नाम | श्री हरिवंश राय बच्चन |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पत्नी का नाम | श्रीमती जया बच्चन |
जन्म तिथी व जन्मस्थान | 11 अक्तूबर 1942, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश |
व्यवसाय | अभिनेता |
कद | 1.88 Cm |
धर्म | हिंदू |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राशि | तुला |
स्कूल/विद्यालय | ज्ञान प्रमोधिनी, बॉयज हाई स्कूल, इलाहाबाद, भारत |
महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | शेरवुड कॉलेज, नैनीताल, भारत किरोरी मल कॉलेज, नई दिल्ली, भारत |
शैक्षिक योग्यता | विज्ञान में स्नातक |
डेब्यू फिल्म | सात हिंदुस्तानी (1969) |
टीवी | कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) – 2000 |
शौक/अभिरुचि | गायन, ब्लॉगिंग, पढ़ना |
पसंद | कलम एकत्रित करना, लंदन और स्विटज़रलैंड की यात्रा करना |
पसंदीदा भोजन | भिंडी सब्ज़ी, जलेबी, ख़ीर |
पसंदीदा कार | रोल्स-रॉयस फैंटम, बेंटले आर्नेज आर |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य | |
गर्लफ्रेंड व अन्य मामले | स्वर्गीय प्रवीन बेबी, भारतीय अभिनेत्री
रेखा, भारतीय अभिनेत्री जया भादुरी, भारतीय राजनीतिज्ञ (पूर्व भारतीय अभिनेत्री) |
बच्चे | बेटा– अभिषेक बच्चन (अभिनेता) बेटी– श्वेता बच्चन-नंदा |
अमिताभ बच्चन आरंभिक जीवन, कैरियर, शिक्षा पुरस्कार, सम्मान, परिवार और जीवन में उतार चढ़ाव
अमिताभ बच्चन आरंभिक जीवन, शिक्षा और परिवार
अमिताभ बच्चन का जन्म उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में, 11 अक्तूबर सन् 1942 को हुआ था। उनके पिता श्री हरिवंश राय बच्चन, हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि थे और उनकी माता श्रीमती तेजी बच्चन, एक पंजाबी सिख परिवार से ताल्लुक रखती थी। उनके एक भाई है जिनका नाम अजिताभ बच्चन है। स्वतंत्रता संग्राम के समय जन्म लेने वाले, अमिताभ बच्चन का नाम उनके पिता ने पहले, इंकलाब रखा था, लेकिन बाद में अपने मित्र और सुप्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन पंत की सलाह पर उन्होंने वह नाम बदलकर, अमिताभ किया। अमिताभ बच्चन पढ़ने में काफी होशियार थे। उनकी आरंभिक शिक्षा, शेरवुड कॉलेज, नैनीताल में हुई थी और उसके बाद, दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से उन्होंने स्नातक की उपाधि प्राप्त की। आरंभ से ही अच्छे छात्रों में गिने जाने वाले अमिताभ बच्चन ने दो बार एम. ए. की उपाधि प्राप्त की है। अमिताभ बच्चन की पत्नी का नाम जया बच्चन (जया भादुड़ी) है, जो हिंदी सिनेमा की एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री हैं, इन दोनों के दो बच्चे हैं जिनके नाम, श्वेता बच्चन नंदा और अभिषेक बच्चन है।
अमिताभ बच्चन कैरियर
अमिताभ बच्चन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत, सात हिंदुस्तानी नामक फिल्म से की थी। इसमें वे मुख्य भूमिका में तो नहीं थे लेकिन उनके काम की काफी प्रशंसा हुई थी और उन्हें सर्वश्रेष्ठ नवागंतुक का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला था। हालांकि यह फिल्म व्यवसायिक दृष्टि से उतनी सफल नहीं हुई थी और उसके बाद भी काफी समय तक उनकी फिल्में कोई खास चमत्कार नहीं कर पाई थी। लेकिन फिर उनके करियर और जीवन दोनों का टर्निंग प्वाइंट बनकर आई, सन् 1973 में प्रदर्शित प्रकाश मेहरा की फिल्म जंजीर। उनकी इस फिल्म ने अपार सफलता पाई थी। इंस्पेक्टर विजय खन्ना का किरदार निभाकर, अमिताभ बच्चन ने, एंग्री यंग मैन के रुप में अपने दमदार और उत्कृष्ट अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया था। इसके बाद तो उन्होंने, एक के बाद एक, कई सुपर हिट फिल्में देकर सुपरस्टार का खिताब अपने नाम किया था। सिलसिला, कभी कभी, अग्नीपथ, दीवार, शोले, नमक हराम, अभिमान, लावारिस, ब्लेक, पा, जैसी उत्कृष्ट दर्जे की उनकी अनगिनत फिल्में, भारतीय सिनेमा के इतिहास में हमेशा ही मिल का पत्थर रहेगी। अमिताभ बच्चन ने फिल्मों में ही नहीं, बल्कि राजनीती में भी नसीब आजमाया था। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, उनके मित्र थे इस वजह से, सन् 1984 में इलाहाबाद लोकसभा चुनाव में वे कॉंग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के रुप में चुनाव में खड़े रहे और जीत भी हासिल की। लेकिन राजनीति उन्हें रास नहीं आई और मात्र तीन साल में ही उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किए बिना ही त्यागपत्र दे दिया। और फिर से फिल्मों में ही अपना ध्यान केंद्रित करने लगे।
अमिताभ बच्चन पुरस्कार और सम्मान
अमिताभ बच्चन को अपने फिल्मी करियर में अनेक छोटे बड़े पुरस्कारों और सम्मानों से सम्मानित किया गया है। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के साथ साथ, अपनी फिल्मों के लिए अब तक उन्हें चौदह बार फिल्मफेयर और चार बार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा भारत सरकार के श्रेष्ठ पुरस्कारों, पद्मभूषण, पद्मश्री और पद्मविभूषण से भी उन्हें नवाजा गया है। अमिताभ बच्चन के जीवन पर अब तक कई प्रसिद्ध पुस्तकें भी प्रकाशित हुई हैं। 1982 में कुली फिल्म की शूटिंग के समय उन्हें लगी गहरी चोट से वे मौत के मुंह में जाते जाते बचें थे। जब वे हस्पताल में मौत से जूझ रहे थे, उस समय पूरे देश ने उनके जीवन के लिए जो दुवाएं, प्रार्थनाएं, पूजा पाठ और हवन इत्यादि किए थे, वे वास्तव में किसी भी पुरस्कार से बढ़कर ही थे।
अमिताभ बच्चन के जीवन में उतार चढ़ाव
ऐसा नहीं है कि, जंजीर के बाद अमिताभ बच्चन के जीवन में कभी भी बुरा समय नहीं आया था। बल्कि उनको तो वह दिन भी देखना पड़ गया था जब वे बेंक रप्ट हो गए थे। सन् 1996 में उन्होंने अपनी फिल्म निर्माण कंपनी, एबीसीएल की शुरुआत की थी, लेकिन जबरदस्त आर्थिक नुकसान और कानुनी पचड़ों के साथ उन्हें अपनी कंपनी को बंद करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने अपनी बुरी तरह लड़खड़ा चुकी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए, औसत दर्जे की फिल्मों में भी काम करना शुरू किया। लेकिन फिर पहले जैसा करिश्मा नहीं दिखा पाए। यहां पर, टेलिविजन के सुप्रसिद्ध शो कौन बनेगा करोड़पति के रूप में उनके जीवन का दूसरा टर्निंग प्वाइंट, आया था जिसकी जबरदस्त सफलता से अमिताभ बच्चन को अपनी खोई हुई स्थिति फिर से मिल गई और एक बार फिर से उनकी किस्मत के सितारे बुलंद हो गए। इसके बाद उन्होंने, अपने करियर की दूसरी पारी की शुरुआत की और कई बड़ी और कामयाब फिल्में की, और यह सिलसिला आज भी बदस्तूर जारी है।