सूर्योपासना का महापर्व छठ पूजा, भारत में बहुत ही प्रसिद्ध पर्व है। जो भारत और कई अन्य देशो में भी अब मनाया जा रहा है । यह पर्व साल में दो बार मनाया जाता है। हमारे हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह पर्व क चैत्र माह में और दूसरा कार्तिक माह में मनाया जाता है । यह पर्व बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली , मध्य प्रदेश और भी कई राज्यों में बहुत ही गर्व से मनाया जाता है।
लोग इस पर्व को सुख शांति ,आरोग्य ,संतान, मनकामनाओ इत्यादि की पूर्ति होने पर या होने के लिए बहुत ही विश्वास और श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है। इस पर्व को विश्वास और श्रद्धापूर्वक रखने पर छठी मैया अवश्य ही किरपा करती है और हमारी सारी मनकामनाओ को पूर्ण करती है।
यह पर्व पुरे चार दिन मनाया जाता है , जिसमे साफ सफाई का खास ध्यान रखना होता है। चार दिन तक चलने वाले हर दिन का एक अपना ही महत्व होता है। ‘छठ पूजा’ का पहला दिन नहाय खाय के साथ शुरू होता है, जो चार दिन तक चलता है।
चैती छठ पूजा 2023
नहाय-खाय – 25 मार्च 2023, शनिवार
खरना या लोहंडा – 26 मार्च 2023, रविवार
डूबते सूर्य का अर्घ्य – 27 मार्च 2023 , सोमवार
उगते सूर्य का अर्घ्य – 28 मार्च 2023, मंगलवार
कार्तिक छठ पूजा 2023
नहाय-खाय – 17th नवम्बर 2023 (Friday / शुक्रवार)
खरना या लोहंडा – 18th नवम्बर 2023 (Saturday / शनिवार)
डूबते सूर्य का अर्घ्य – 19th नवम्बर 2023 (Sunday / रविवार)
उगते सूर्य का अर्घ्य – 20th नवम्बर 2023 (Monday / सोमवार)
पारण – 20th नवम्बर 2023 (Monday / सोमवार)
अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त
कार्तिक छठ पूजा 2023 सूर्यास्त का समय (संध्या अर्घ्य) –19th नवम्बर 2023 शाम 06:40 बजे
कार्तिक छठ पूजा 2023 सूर्योदय का समय (उषा अर्घ्य) – 20th नवम्बर 2023 सुबह 06:40 बजे
छठ पूजा में प्रयोग होने वाली मुख्य सामग्री
गेहूं आटा
चावल आटा
चीनी
अगरबत्ती
कपूर
सहद
घी
नारियल
दौरी या डलिया
सूप – पीतल या बांस का
नींब
इलायची
मिठाई
फल
हल्दी
अदरक का पौधा
सुपारी
अलता का पाता
सुथनी
लांग
गन्ना
चिउरा
चन्दन
अक्षत (चावल के टुकड़े)
कपूर
कुमकुम
मिटी के बर्तन
कपड़ा
छठी मैया की पुजा हेतु बहुत सारी सामग्री की जरुरत होती है। इस पूजा को करते हुए सभी सुख शांति से रहने की कामना करते है। यह पर्व महिला और पुरष दोनों ही करते है। इस पर्व के दिन लोग नए कपड़े को पहनना अच्छा मानते है। खासकर महिलये नए कपड़े को पहनती है। बहुत सारे लोग बैंड बाजे के साथ छठ मैया की पूजा करते है और कुछ लोग इस दिन को भजन कीर्तन भी करवाते है। कई सारे लोग अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर और होने के लिए १२ कोशी या २४ कोशी भी छठी मैया को चाढ़ाते है। तो कुछ लोग प्रसाद भी वितरण करते है।
छठी मैया बहुत ही शक्तिशाली मानी जाती हैं , इनके प्रति करोड़ो लोग की आस्था है। अगर हम मन से छठी मैया की पूजा करे तो हमारी मनोकामना जरूर पूरी होंगी।