सपने में गोवर्धन की परिक्रमा लगाना कैसा होता है, क्या-क्या है इसके फायदे!

सपने में गोवर्धन की परिक्रमा लगाना कैसा होता है, क्या-क्या है इसके फायदे! 

 

हिंदू धर्म में गोवर्धन परिक्रमा की बेहद मानता है, यह परिक्रमा 6 कोस यानी लगभग 22 किलोमीटर की होती है जिसे नंगे पैर पैदल चलकर पूरा किया जाता है, यह परिक्रमा मथुरा वृंदावन से शुरू होती है और लगभग 22-23 किलोमीटर दूर गोवर्धन पर्वत तक पहुंचती है, हर साल गोवर्धन की परिक्रमा लगाने के लिए लाखों श्रद्धालु जाते हैं। हालांकि कई बार लोगों को ऐसा सपना आता है जिसमें वह गोवर्धन की परिक्रमा लगाते हुए देखते हैं, आइए सपने में गोवर्धन की परिक्रमा लगाना कैसा होता है इसके बारे में जानते है। 

 

सपने में गोवर्धन की परिक्रमा लगाना! 

 

यदि आप सपने में गोवर्धन की परिक्रमा लगाते हुए देखते हैं तो यह बहुत ही शुभ होता है, स्वप्न शास्त्र में इसका मतलब है कि आपके जीवन से सभी कष्ट और दुख तकलीफ समाप्त हो जाएंगी, क्योंकि भगवान कृष्ण की आपका कृपा बन गई है और अब आपके सभी काम भी बनने लगेंगे। 

 

सपने में गोवर्धन की परिक्रमा देखना! 

 

सपने में गोवर्धन की परिक्रमा देखना बेहद ही शुभ और लाभकारी होता है, इसका मतलब है कि आपको धन का लाभ होने वाला है और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूर होने वाली है, साथ ही आपको जीवन में आगे बढ़ाने के लिए नए अवसर मिलेंगे जो आपको उपलब्धियां की नई ऊंचाईयों तक ले जाएंगे। 

 

सपने में गोवर्धन की पूजा करना! 

 

सपने में गोवर्धन की पूजा करना एक अच्छा सा बना होता है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार इस सपने का अर्थ है कि आपको संतान सुख प्राप्त होगा, विशेषकर पुत्र संतान प्राप्ति के योग बनेंगे, निकट भविष्य में कर्ज से मुक्ति प्राप्त होगी, आर्थिक उन्नति भी होगी और साथ ही आपका इससे भी उज्जवल होगा। हालांकि इस सपने के साकार होने के अधिक जांच तभी होंगे, जब आप समय निकालकर गोवर्धन की परिक्रमा लगाने जाएंगे। 

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